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brain stimulation (tDCS)

स्ट्रोक और इसका प्रभाव समझना

स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इसके कारण चलने-फिरने, बोलने, याददाश्त और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। स्ट्रोक के बाद ठीक होना एक लंबी यात्रा हो सकती है, जिसमें अक्सर खोई हुई क्षमताओं को फिर से हासिल करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए समर्पित फिजियोथेरेपी एवं रिहैब की आवश्यकता होती है।

पारंपरिक उपचार शारीरिक व्यायाम और physiotherapy ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि रोगियों को गतिविधियों और कामों को फिर से सीखने में मदद मिल सके। हालाँकि, रिकवरी कभी-कभी धीमी या अधूरी होती है, यही कारण है कि brain stimulation जैसी नई तकनीकें ध्यान आकर्षित कर रही हैं।

tDCS क्या है?

ट्रांसक्रैनियल डायरेक्ट करंट स्टिमुलेशन (tDCS) एक नॉन-इनवेसिव तकनीक है जो मस्तिष्क के विशिष्ट क्षेत्रों को स्टिमुलेट करने के लिए लो इलेक्ट्रिक करंट का उपयोग करती है। प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा दिए जाने पर यह दर्द रहित और सुरक्षित होता है।

स्ट्रोक थेरेपी में , tDCS मोटर कॉर्टेक्स को टार्गेट करता है. यह मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो मूवमेंट एवं गति के लिए जिम्मेदार है.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की टकड़क्स न्यूरोप्लास्टिसिटी (Neuroplasticity) को बढ़ाता है.

Neuroplasticity जो मस्तिष्क की पुनर्गठित होने और नए तंत्रिका कनेक्शन बनाने की क्षमता है। यह हाथों एवं पैरों में मूवमेंट को बेहतर बनाने और रिकवरी में तेजी लाने में मदद करता है।

स्ट्रोक पुनर्वास में tDCS कैसे काम करता है?

• ब्रेन के टूटे हुए न्यूरॉन्स को दोबारा जोड़ कर उनकी क्षमता बढ़ता है
• शारीरिक चिकित्सा अभ्यासों की प्रभावशीलता को बढ़ाता है।
• मांसपेशियों की ताकत, समन्वय और नियंत्रण में सुधार करता है।
• विकलांगता को कम करता है और चलने फिरने की स्वतंत्रता में सुधार करता है।

इंदौर में ए4 क्लीनिक्स में, हम स्ट्रोक से मरीज़ों के रिकवरी के परिणामों को अधिकतम करने के लिए tDCS को रोबोटिक फिजियोथेरेपी और अन्य रिहैब टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ते हैं।

नैदानिक प्रमाण और सुरक्षा

कई वैज्ञानिक रिसर्च और अध्ययनों से पता चला है कि tDCS स्ट्रोक के बाद मोटर कार्य और संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुरक्षित रूप से सुधार कर सकता है। इसके न्यूनतम दुष्प्रभाव होते हैं और बेहतर परिणामों के लिए इसे पारंपरिक उपचारों के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।

अपनी रिकवरी में अगला कदम उठाएँ

यदि आप या आपका कोई प्रियजन स्ट्रोक से उबर रहा है, तो सभी विकल्पों का पता लगाने में देर न करें। ए4 क्लीनिक्स में विशेषज्ञ फिजियोथेरेपी के साथ tDCS आपको स्वतंत्रता फिर से हासिल करने और आपके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकती है।

📞 परामर्श के लिए आज ही इंदौर में ए4 क्लीनिक्स से संपर्क करें और जानें कि tDCS आपकी स्ट्रोक रिकवरी यात्रा में कैसे सहायता कर सकता है। 👉https://www.youtube.com/watch?v=iL–xZ3eOOg

Book a stroke rehab consultation in Indore

Mob: 7471174920

Web: https://www.a4clinics.com/